एक भिखारी ऐसा भी!!!!!!!!
मेरी एक मित्र का पोस्ट!!!!!!!
जलगांव में एक मुलाकात एक ग्रेट भिखारी से हुई ,एक भिखारी जो जहां जाता हे सबसे मांगता ही रहता हे ,मगर ये भिखारी मामूली नही ,मित्रो मांगता है लीवर किडनी दिल आंखे जेसी चीजें,
एक प्राणी जो संसार छोड़कर जा रहा हे इस दुनिया से, जिसके सारे अंग ठीक हैं मगर ब्रेन डेड हो चुका हे ,वो व्यक्ति या जीते जी या उसके परिवार वाले, ब्रेन डेड अवस्था में उसके अंगों का दान करके
कई अन्य जीवित अस्वस्थ प्राणियों को स्वस्थ कर सकते हैं उन्हें जीवन दान दे सकते हैं
इस गहन बेहद संवेदन शील अवस्था में परिवार जनों को मोटिवेट करने का कार्य यह ग्रेट भिखारी प्रिय राकेश जी करते हैं
चेहरे से मासूम से दिखाई देने वाले राकेश यह भूमिका केसे निभाते हैं ये उनका दिल जानता हे,
आज ही उन्होंने यह एक कार्य किया हे ,आज बात भी हुई ,काफी इमोशनल हो जाता हूं ,यह करते हुए
बड़े सेड मूड में थे
उनसे मुलाकात होटल से स्टेशन तक कोई और भी साथ में एक और बेहतरीन शख्शियत प्रिय सागर सूद जी भी थे ,दोनो ही जिंदादिल हसमुख और अपने अपने फन में माहिर
होटल से स्टेशन तक कितनी बातें की याद नही, याद हे बस तीनों हंसते ज्यादा रहे थे ,
बहरहाल प्रिय राकेश पेशे से इंजीनियर,वरिष्ठ पद पर आसीन ,और दिल मानवता की सेवा करने में लगा हुआ
साहित्य सृजन का उद्देश्य भी कहीं ना कही अंततोगत्वा मानवता की सेवा वाली राह पर ही जुड़ जाता हे
प्रिय राकेश पहले लोगो का दिल लेते यानी जीतते हैं,फिर सामने वाला खुद ही उनसे सम्मोहित होकर अपना दिल फेफड़ा लिवर किडनी उन्हे दे देता हे 😅
सच कहे सेल्यूट है उनको सेल्यूट है उनको🌷🙏
कुन्ती झांसी